नर्क के बारे में 50 बाइबल के वचन

Hell Bible vachan hindi

नर्क: अनंत दंड का स्थान

नर्क की धारणा पर इतिहास में बहुत बहस होती रही है, जहां विभिन्न धर्मों ने इस पर अलग-अलग दृष्टिकोण प्रस्तुत किए हैं। ईसाई धर्म में, बाइबिल ही इस विषय पर मुख्य जानकारी का स्रोत है। नर्क के 50 बाइबिल के वचनों का अन्वेषण करना हमें परमेश्वर की न्यायिकता और धार्मिकता पर गहराई से विचार करने के लिए प्रेरित करता है। चाहे हम खुले मन से हों या दृढ़ विश्वास रखते हों, ये वचन हमें अनंत भविष्य के बारे में गहराई से सोचने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

नर्क का अस्तित्व: बाइबल के वचन

  • मत्ती 10:28जो शरीर को घात करते हैं, पर आत्मा को घात नहीं कर सकते, उनसे मत डरना; पर उसी से डरो, जो आत्मा और शरीर दोनों को नरक में नष्‍ट कर सकता है।”
  • याकूब 3:6जीभ भी एक आग है; जीभ हमारे अंगों में अधर्म का एक लोक है, और सारी देह पर कलंक लगाती है, और जीवन–गति में आग लगा देती है, और नरक कुण्ड की आग से जलती रहती है।”

नर्क में दंड 

  • मत्ती 25:46और ये अनन्त दण्ड भोगेंगे परन्तु धर्मी अनन्त जीवन में प्रवेश करेंगे।”
  • प्रकाशितवाक्य 21:8परन्तु डरपोकों, और अविश्‍वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा जो आग और गन्धक से जलती रहती है : यह दूसरी मृत्यु है।”

नर्क का वर्णन : बाइबल के वचन

  • मरकुस 9:43यदि तेरा हाथ तुझे ठोकर खिलाए तो उसे काट डाल। टुण्डा होकर जीवन में प्रवेश करना तेरे लिये इससे भला है कि दो हाथ रहते हुए नरक की आग में डाला जाए जो कभी बुझने की नहीं।”
  • लूका 16:24 तब उसने पुकार कर कहा, ‘हे पिता अब्राहम, मुझ पर दया करके लाजर को भेज दे, ताकि वह अपनी उँगली का सिरा पानी में भिगोकर मेरी जीभ को ठंडी करे, क्योंकि मैं इस ज्वाला में तड़प रहा हूँ।’”

नर्क की अनंतता

  • मत्ती 25:41 “तब वह बाईं ओर वालों से कहेगा, ‘हे शापित लोगो, मेरे सामने से उस अनन्त आग में चले जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिये तैयार की गई है।”
  • यहूदा 1:7जिस रीति से सदोम और अमोरा और उनके आसपास के नगर, जो इन के समान व्यभिचारी हो गए थे और पराये शरीर के पीछे लग गए थे, आग के अनन्त दण्ड में पड़कर दृष्‍टान्त ठहरे हैं।”

परमेश्वर से विछुड़ना: नर्क

  • 2 थिस्सलुनीकियों 1:9वे प्रभु के सामने से और उसकी शक्‍ति के तेज से दूर होकर अनन्त विनाश का दण्ड पाएँगे।”
  • मत्ती 7:23तब मैं उनसे खुलकर कह दूँगा, ‘मैं ने तुम को कभी नहीं जाना। हे कुकर्म करनेवालो, मेरे पास से चले जाओ।’”

नर्क का मार्ग

  • मत्ती 7:13 “सकेत फाटक से प्रवेश करो, क्योंकि चौड़ा है वह फाटक और सरल है वह मार्ग जो विनाश को पहुँचाता है; और बहुत से हैं जो उस से प्रवेश करते हैं।”
  • नीतिवचन 15:24बुद्धिमान के लिये जीवन का मार्ग ऊपर की ओर जाता है, इस रीति से वह अधोलोक में पड़ने से बच जाता है।”

नर्क: रोने और दांत पीसने का स्थान

  • मत्ती 13:42 और उन्हें आग के कुण्ड में डालेंगे, जहाँ रोना और दाँत पीसना होगा।”
  • मत्ती 22:13तब राजा ने सेवकों से कहा, ‘इसके हाथ–पाँव बाँधकर उसे बाहर अन्धियारे में डाल दो, वहाँ रोना और दाँत पीसना होगा।’”

नर्क के बारे में चेतावनी

  • मत्ती 10:28जो शरीर को घात करते हैं, पर आत्मा को घात नहीं कर सकते, उनसे मत डरना; पर उसी से डरो, जो आत्मा और शरीर दोनों को नरक में नष्‍ट कर सकता है।”
  • लूका 12:5 मैं तुम्हें चिताता हूँ कि तुम्हें किससे डरना चाहिए, घात करने के बाद जिसको नरक में डालने का अधिकार है, उसी से डरो; हाँ, मैं तुम से कहता हूँ, उसी से डरो।”

अक्षम्य पाप और नर्क

  • मरकुस 3:29परन्तु जो कोई पवित्र आत्मा के विरुद्ध निन्दा करे, वह कभी भी क्षमा न किया जाएगा : वरन् वह अनन्त पाप का अपराधी ठहरता है।”
  • मत्ती 12:32जो कोई मनुष्य के पुत्र के विरोध में कोई बात कहेगा, उसका यह अपराध क्षमा किया जाएगा, परन्तु जो कोई पवित्र आत्मा के विरोध में कुछ कहेगा, उसका अपराध न तो इस लोक में और न परलोक में क्षमा किया जाएगा।”

धनवान का नर्क में तपाव

  • लूका 16:23और अधोलोक में उसने पीड़ा में पड़े हुए अपनी आँखें उठाईं, और दूर से अब्राहम की गोद में लाजर को देखा।”
  • लूका 16:28 क्योंकि मेरे पाँच भाई हैं; वह उनके सामने इन बातों की गवाही दे, ऐसा न हो कि वे भी इस पीड़ा की जगह में आएँ।’”

शैतान और उसके स्वर्गदूत नर्क में

  • मत्ती 25:41 “तब वह बाईं ओर वालों से कहेगा, ‘हे शापित लोगो, मेरे सामने से उस अनन्त आग में चले जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिये तैयार की गई है।”
  • 2 पतरस 2:4क्योंकि जब परमेश्‍वर ने उन स्वर्गदूतों को जिन्होंने पाप किया नहीं छोड़ा, पर नरक में भेजकर अन्धेरे कुण्डों में डाल दिया ताकि न्याय के दिन तक बन्दी रहें;”

दुष्ट और नर्क

  • भजन संहिता 9:17 – “दुष्‍ट अधोलोक में लौट जाएँगे, तथा वे सब जातियाँ भी जो परमेश्‍वर को भूल जाती हैं।”
  • नीतिवचन 5:5उसके पाँव मृत्यु की ओर बढ़ते हैं, और उसके पग अधोलोक तक पहुँचते हैं।”

नर्क से बचना

  • 2 पतरस 2:20जब वे प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की पहचान के द्वारा संसार की नाना प्रकार की अशुद्धता से बच निकले, और फिर उनमें फँसकर हार गए, तो उनकी पिछली दशा पहली से भी बुरी हो गई है।”
  • रोमियों 6:23क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्‍वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है।”

नर्क से बचाने की परमेश्वर की इच्छा

  • 2 पतरस 3:9 प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कुछ लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता कि कोई नष्‍ट हो, वरन् यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।”
  • 1 तीमुथियुस 2:4जो यह चाहता है कि सब मनुष्यों का उद्धार हो, और वे सत्य को भली भाँति पहचान लें।”
  • यूहन्ना 3:16 “क्योंकि परमेश्‍वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्‍वास करे वह नष्‍ट न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।”

नर्क की वास्तविकता

  • लूका 16:26इन सब बातों को छोड़ हमारे और तुम्हारे बीच एक भारी गड़हा ठहराया गया है कि जो यहाँ से उस पार तुम्हारे पास जाना चाहें, वे न जा सकें; और न कोई वहाँ से इस पार हमारे पास आ सके।’”
  • मत्ती 23:33हे साँपो, हे करैतों के बच्‍चो, तुम नरक के दण्ड से कैसे बचोगे?”

नर्क की अंतिमता

  • लूका 13:28वहाँ रोना और दाँत पीसना होगा; जब तुम अब्राहम और इसहाक और याकूब और सब भविष्यद्वक्‍ताओं को परमेश्‍वर के राज्य में बैठे, और अपने आप को बाहर निकाले हुए देखोगे;”
  • मत्ती 25:30और इस निकम्मे दास को बाहर के अंधेरे में डाल दो, जहाँ रोना और दाँत पीसना होगा।’”

नर्क का न्याय

  • रोमियों 2:5पर तू अपनी कठोरता और हठीले मन के कारण उसके क्रोध के दिन के लिये, जिसमें परमेश्‍वर का सच्‍चा न्याय प्रगट होगा, अपने लिये क्रोध कमा रहा है।”
  • इब्रानियों 10:29तो सोच लो कि वह कितने और भी भारी दण्ड के योग्य ठहरेगा, जिसने परमेश्‍वर के पुत्र को पाँवों से रौंदा और वाचा के लहू को, जिसके द्वारा वह पवित्र ठहराया गया था, अपवित्र जाना है, और अनुग्रह के आत्मा का अपमान किया।”

नर्क की आवश्यकता

  • प्रकाशितवाक्य 20:14-15मृत्यु और अधोलोक आग की झील में डाले गए। यह आग की झील दूसरी मृत्यु है; और जिस किसी का नाम जीवन की पुस्तक में लिखा हुआ न मिला, वह आग की झील में डाला गया।”
  • यूहन्ना 3:36जो पुत्र पर विश्‍वास करता है, अनन्त जीवन उसका है; परन्तु जो पुत्र की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, परन्तु परमेश्‍वर का क्रोध उस पर रहता है।”

नर्क से बचने के लिए आग्रह

  • लूका 16:27-28उसने कहा, ‘तो हे पिता, मैं तुझ से विनती करता हूँ कि तू उसे मेरे पिता के घर भेज, क्योंकि मेरे पाँच भाई हैं; वह उनके सामने इन बातों की गवाही दे, ऐसा न हो कि वे भी इस पीड़ा की जगह में आएँ।’”
  • मत्ती 7:21-23 “जो मुझ से, ‘हे प्रभु! हे प्रभु!’ कहता है, उनमें से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है। उस दिन बहुत से लोग मुझ से कहेंगे, ‘हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हम ने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्‍टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत से आश्‍चर्यकर्म नहीं किए?’ तब मैं उनसे खुलकर कह दूँगा, ‘मैं ने तुम को कभी नहीं जाना। हे कुकर्म करनेवालो, मेरे पास से चले जाओ।’”

नर्क का भय

  • इब्रानियों 10:31जीवते परमेश्‍वर के हाथों में पड़ना भयानक बात है।”
  • मत्ती 8:12परन्तु राज्य के सन्तान बाहर अन्धकार में डाल दिए जाएँगे : वहाँ रोना और दाँतों का पीसना होगा। ”

नर्क का धुआं

  • प्रकाशितवाक्य 14:11उनकी पीड़ा का धुआँ युगानुयुग उठता रहेगा, और जो उस पशु और उसकी मूर्ति की पूजा करते हैं, और जो उसके नाम की छाप लेते हैं, उनको रात दिन चैन न मिलेगा।”
  • यशायाह 34:10वह रात–दिन न बुझेगी; उसका धूआँ सदैव उठता रहेगा। युग युग वह उजाड़ पड़ा रहेगा; कोई उस में से होकर कभी न चलेगा।”

नर्क से कोई मुक्ति नहीं

  • लूका 16:26इन सब बातों को छोड़ हमारे और तुम्हारे बीच एक भारी गड़हा ठहराया गया है कि जो यहाँ से उस पार तुम्हारे पास जाना चाहें, वे न जा सकें; और न कोई वहाँ से इस पार हमारे पास आ सके।’”
  • मत्ती 25:46और ये अनन्त दण्ड भोगेंगे परन्तु धर्मी अनन्त जीवन में प्रवेश करेंगे।”

सदोम और गमोरा: नर्क के दृष्‍टान्त 

  • यहूदा 1:7जिस रीति से सदोम और अमोरा और उनके आसपास के नगर, जो इन के समान व्यभिचारी हो गए थे और पराये शरीर के पीछे लग गए थे, आग के अनन्त दण्ड में पड़कर दृष्‍टान्त ठहरे हैं।”
  • 2 पतरस 2:6और सदोम और अमोरा के नगरों को विनाश का ऐसा दण्ड दिया कि उन्हें भस्म करके राख में मिला दिया ताकि वे आनेवाले भक्‍तिहीन लोगों की शिक्षा के लिये एक दृष्‍टान्त बनें,”

नर्क के निवासी

  • प्रकाशितवाक्य 21:8 परन्तु डरपोकों, और अविश्‍वासियों, और घिनौनों, और हत्यारों और व्यभिचारियों, और टोन्हों, और मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा जो आग और गन्धक से जलती रहती है : यह दूसरी मृत्यु है।”
  • भजन संहिता 9:17 – “दुष्‍ट अधोलोक में लौट जाएँगे, तथा वे सब जातियाँ भी जो परमेश्‍वर को भूल जाती हैं।”

नर्क की भयावहता

  • मरकुस 9:48जहाँ उनका कीड़ा नहीं मरता और आग नहीं बुझती।”
  • मत्ती 13:50और उन्हें आग के कुण्ड में डालेंगे। जहाँ रोना और दाँत पीसना होगा।”

नर्क पर बाइबिल के वचनों पर विचार

ये वचन नर्क के बारे में बाइबिल में दिए गए व्यापक चित्र को प्रदर्शित करते हैं, जिसमें उसका अस्तित्व, दंड, वर्णन, अनंतता, निवासी और इससे बचने के लिए चेतावनी शामिल है। नर्क के बारे में इन 50 बाइबिल के वचनों का अन्वेषण एक गंभीर और गहन यात्रा रही है। यद्यपि नर्क की धारणा असहज और विवादास्पद हो सकती है, तथापि धर्मशास्त्र इसे एक वास्तविकता के रूप में प्रस्तुत करता है। ये वचन हमें हमारे चयनों के महत्व और परमेश्वर की इच्छा का पालन करने के महत्व को याद दिलाते हैं। आइए इस प्रतिलिपि को दया और तत्परता के साथ साझा करें, ताकि दूसरों को मसीह में आशा मिले। आइए इस विषय पर विनम्रता से विचार करें और परमेश्वर की असीम प्रेम और दया को याद रखें, साथ ही उसके प्रस्ताव को अस्वीकार करने के परिणामों को भी।